लाखों रुपए लैप्स, अफसरों पर गिरेगी गाज
भोपाल
प्रदेश के 21 जिलों के विकासखंडों पर अफसरों की लापरवाही से आईईडी संसाधन केन्द्रों पर इस बार दिव्यांग बच्चों के लिए शैक्षणिक सामग्री और होम बेस्ड बच्चों के लिए टीएलएम किट की खरीदी नहीं हो पाई। इसके चलते जिलों को आवंटित लाखों रुपए लैप्स हो गए है। अब सभी जिला परियोजना समन्वयकों को नोटिस जारी किए गए है। जो अफसर दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।
समग्र शिक्षा अभियान आईईडी की वार्षिक कार्ययोजना के अंतर्गत प्रदेश के सभी 322 विकासखंडों पर आईईडी संसाधन केन्द्र संचालित किए जाने के लिए प्रत्येक विकासखंड के मान से एक लाख रुपए विभिन्न दिव्यांग बच्चों की शिक्षा के लिए सामग्री और होम बेस्ड बच्चों के लिए टीएलएम किट खरीदने के लिए दिए गए थे।
संसाधन केन्द्र तैयार करने के लिए बार-बार निर्देश दिए गए और वीडियो कांफ्रेस से तथा व्यक्तिगत चर्चा कर 31 मार्च 2022 के पहले सामग्री क्रय करने के निर्देश दिए गए थे। इसके बाद भी 21 जिलों के अफसरों ने संसाधन केन्द्र एवं एचबीई हेतु किट की खरीदी नहीं की। इसके कारण समग्र शिक्षा अभियान की प्रत्येक विकासखंड हेतु एक लाख रुपए एवं टीएलएम की राशि लेप्स हो गई। शिक्षा विभाग ने इस लापरवाही पर भारी नाराजगी जाहिर की है। इसे कदाचरण की श्रेणी में मानते हुए 21 जिलों के परियोजना अधिकारियों को नोटिस जारी किए गए है।
नोटिस में सभी से तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसमें पूछा गया है कि सामग्री खरीदी हेतु तीन माह से अधिक समय उपलब्ध होंने के बाद भी सामग्री किन कारणों से क्रय नहीं की गई। साम्री खरीदी नहीं होंने के लिए कौन-कौन दोषी है और क्यों दोषी है। तत्कालीन वित्तीय वर्ष की राशि लेप् होंने पर अब किस राशि से खरीदी की कार्यवाही की जाएगी। नोटिस के सभी बिन्दुओं पर संतोषजनक जानकारी नहीं दिए जाने पर अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी। सभी परियोजना अधिकारियों को कलेक्टर के माध्यम से अपना जवाब भेजने को कहा गया है।
इन जिलों ने की लापरवाही, नहीं की खरीदी
उमरिया, शिवपुरी, श्योपुर, शाजापुर, सिवनी, रतलाम,बैतूल, अशोकनगर, भिंड, बुरहानपुर, डिंडौरी, नर्मदापुरम, मंदसौर, मुरैना, नीमच, राजगढ़, गुना, ग्वालियर, इंदौर, कटनी, नरसिंहपुर।