उन्नत खेती अपनाकर सर्वेश बने लखपती

सफलता की कहानी

   रीवा
 कपसा स्थित अमरा ग्राम के सर्वेश का जीवन उन्नत खेती से बदल गया। सर्वेश ने बताया कि उनके पास 6 एकड़ जमीन है पारम्परिक रूप से खेती करने के कारण हर वर्ष कम फसल उत्पादन होने से मायूस होना पड़ता था एक साल भी मन माफिक फसल का उत्पादन नहीं हुआ। इससे सबसे बड़ी कमी यह आयी कि खेती से आय काफी कम हो गई। जिससे अचानक जीवन स्तर में बदलाव आया और अभावों के बीच जीवन यापन करना पड़ रहा था।

    सर्वेश ने बताया कि इसी बीच कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक ने वैज्ञानिक विधि से खेती करने तथा खेती में यंत्रीकरण का उपयोग करने की सलाह दी। उनकी सलाह मानकर मैने प्रमाणित बीज खरीदें, खेती में जैविक खाद का उपयोग किया और बीच-बीच में फसल में लगे कीड़ों का उपचार किया। इससे पहली बार 114 Ïक्वटल धान, 102 Ïक्वटल गेंहू, 3.5 Ïक्वटल काला चना, 5 Ïक्वटल अलसी, 2 Ïक्वटल सरसों का उत्पादन हुआ। सर्वेश ने बताया कि खेती के साथ डेयरी उद्योग प्रारंभ किया डेयरी में 5 हजार Ïक्वटल दूध का उत्पादन होता है। प्रतिदिन 25 हजार रूपये की आय तो दुग्ध उत्पादन से ही हो जाती थी। खेती से कुल 3.17 लाख रूपये की आय हुई। अब मैं अपने बच्चों को अच्छे स्कूल में पढ़ने भेजता हूं। परिवार की स्थिति में सुधार हुआ है। मेरे लिये खेती लाभ का धंधा साबित हुई है। उन्होंने कहा कि मेरी तरह सभी किसानों को वैज्ञानिक ढंग से खेती करना चाहिये।

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