मेडिटेशन करना आपके दिमाग को करता है शांत

मेडिटेशन के कई फायदे हैं। ये जहां आपके दिमाग को ठंडा करता है वहीं विचारों की गति को बेहतर बनाता है। इससे होता ये है कि आपकी मानसिक स्थिति बेहतर होती है, विचारों को आप कंट्रोल कर पाते हैं और नींद के नियमन में भी मदद मिलती है। लेकिन, मेडिटेशन करने का भी अपना एक तरीका और समय है। दरअसल, बिना नियम फॉलो किए अगर मेडिटेशन करते हैं तो इससे आपको वो फायदा नहीं मिलेगा जो कि आप नियम के साथ इसे करने से पा सकते हैं। तो, आइए जानते हैं किस समय करना चाहिए मेडिटेशन और क्या है इसका सही तरीका।

क्या मेडिटेशन खाली पेट करना चाहिए
खाली पेट मेडिटेशन करना आपके लिए ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। अगर आप भोजन करने के बाद ध्यान करते हैं तो संभावना है कि आपको झपकी आ सकती है। इसलिए आपको सुबह खाली पेट, शांत माहौल में और ठंडे मन से मेडिटेशन करना चाहिए।

किस समय करना चाहिए मेडिटेशन
मेडिटेशन, आप किसी भी समय कर सकते हैं लेकिन, आपको ये सुबह करना चाहिए। इसके पीछे कई कारण हैं। दरअसल, सबसे पहले तो सुबह आप फ्रेश होने के साथ, आपके आस-पास का माहौल फ्रेश होता है और शोर कम रहता है। इसके अलावा इस समय आपके पास काम की भी कमी होती है जिससे मन का भटकाव कम होता है और आप शांति से मेडिटेशन कर पाते हैं। साथ ही इस समय इसका असर आपके शरीर पर भी ज्यादा होता है।

मेडिटेशन कितनी देर करना चाहिए
हर दिन आपको लगभग 20 से 30 मिनट मेडिटेशन करना चाहिए। ऐसा करना आपकी एकाग्रता को बढ़ाता है और इससे आपको शांत होने में मदद मिलती है। हालांकि, आप दिनभर में 3 बार 10-10 मिनट के अलग-अलग सेशन में भी मेडिटेशन कर सकते हैं।

मेडिटेशन करते समय क्या बोलना चाहिए?
मेडिटेशन करते समय आपको किसी छोटे शब्द का चुनाव करना चाहिए जिसे बोलते समय एक प्रकार की वाइब्रेशन क्रिएट हो। जैसे कि ऊं…। तो, आप अगर मेडिटेशन नहीं करते तो, इसकी शुरुआत करे। इस तनावपूर्ण जीवन में आप बेहतर महसूस करेंगे।

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