कुलगाम में आतंकियों ने की हिंदू अध्यापिका की गोली मारकर हत्या

जम्मू
दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिला अंतर्गत पड़ने वाले गोपालपोरा में आतंकियों ने एक हिंदू अध्यापिका की गोली मार कर हत्या दी। पुलिस ने आतंकियों को पकड़ने के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। हमले की जिम्मेदारी फिलहाल किसी आतंकी संगठन ने नहीं ली है। आतंकियों की शिकार बनी अध्यापिका की पहचान रजनी बाला के रूप में हुई है। वह मूलत: जम्मू संभाग के सांबा जिले के गांव नानके चक गांव की रहने वाली थी। वह चवलगाम कुपवाड़ा में एक किराए के मकान में रह रही थी। दूसरी ओर अपनी शिक्षिका की हत्या की खबर सुन कर उनके स्कूल की कई छात्राएं बेहोश हो गईं। वहां मातम छा गया।

19 दिन में कश्मीर घाटी में सरकारी नौकरी करने वाले कश्मीरी हिंदू की हत्या की यह दूसरी वारदात है। इससे पूर्व 12 मई को आतंकियों ने चाडूरा तहसीलदार कार्यालय में कार्यरत क्लर्क राहुल भट्ट को उसके कार्यालय में ही मौत के घाट उतार दिया था। राहुल भट्ट की हत्या पर पूरे जम्मू कश्मीर में भड़ा गुस्सा अभी शांति भी नहीं हुआ कि दूसरी हत्या फिर कर दी गई। बताया जा रहा है कि आज जिस शिक्षिका रजनी बाला की हत्या की गई है, वह अनुसूचित जाति वर्ग के कोटे से नियुक्त हुई थी। उसकी पोस्टिंग 2009 में कश्मीर में ही हुई। उसके पति राजकुमार भी शिक्षक हैं। उनकी नौ साल की एक बेटी है, जो कुलगाम के ही एक निजी स्कूल में पढ़ती है।

रजनी बाला की हत्या के बाद से उनके गांव नानके चक में शोक की लहर दौर गई है। विभिन्न राजनीतिक और गैर राजनीतिक संगठनों ने इस हत्या के खिलाफ रोष प्रदर्शन शुरू कर दिया है। लोग आतंकियों के खिलाफ निर्णायक अभियान चलाने की मांग कर रहे हैं। बता दें कि कश्मीर में नियुक्त हिंदुओं को लगातार निशाना बनाए जाने के कारण प्रधानमंत्री रोजगार पैकेज के तहत घाटी के विभिन्न इलाकों में नियुक्त हिंदू वापस जम्मू में नियुक्त करने की मांग कर रहे हैं। वे लगातार प्रदेश प्रशासन पर दबाव बना रहें हैं और कह रहे हैं कि वे कश्मीर घाटी में असुक्षित महसूस करते हैं। हालांकि पिछले दिनों उपराज्यपाल ने प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि घाटी में तैनात हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

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