शेयर बाजार के बिगड़े मूड से अटके 1.6 खरब रुपये के आईपीओ

 नई दिल्ली।
 
शेयर बाजार में तेज उतार-चढ़ाव की वजह से करीब 1.6 लाख करोड़ (खरब) रुपये के आरंभिक सार्वजनिक आरंभिक निर्गम (IPO) अटके पड़े हैं। कंपनियां और निवेशक बाजार के सामान्य होने का इंतजार कर रहे हैं। इनमें से करीब 89 हजार करोड़ रुपये के आईपीओ को मंजूरी भी मिल चुकी है, लेकिन बाजार के मौजूदा हालात को देखते हुए कंपनियां साहस नहीं जुटा पा रही हैं। हालांकि, कुछ आईपीओ को सेबी की सख्ती की वजह से भी अभी तक मंजूरी नहीं मिली है। निवेशकों की सुरक्षा के लिए सेबी कई मानकों पर कंपनियों के मूल्यांकन को परख रहा है।

बाजार सुधरने की आस

विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना संकट और रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से दुनियाभर के निवेशक सहमे हुए हैं और बेहद सधा हुआ कदम उठा रहे हैं। भारतीय बाजार को लेकर निवेशकों का भी यही रुख है। प्राइम डेटाबेस के एक अध्ययन के भारत में 1.6 लाख करोड़ के संभावित आईपीओ में वह कंपनियां भी शामिल हैं, जिन्हें 89,468 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए बाजार नियामक सेबी से मंजूरी मिली है। जबकि बाकी 69,320 करोड़ रुपये के आईपीओ को मंजूरी का इंतजार है।

महंगाई और ब्याज दरों का संकट

बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि भारत समेत दुनियाभर में महंगाई 20 से 40 साल की उच्चतम स्तर पर पहुंची हुई है। इसकी वजह से भारत और अमेरिका के के अलावा यूरोप के कई देशों ने ब्याज दरों में इजाफा किया है। इससे भारत समेत अन्य विकासशील देशों से निवेशक पूंजी निकालकर अमेरिका और यूरोप में ले जा रहे हैं। इसकी वजह से भारतीय बाजार में तेज उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस स्थिति में कंपनियां मंजूरी मिलने के बाद भी आईपीओ लाने का साहस नहीं कर पा रही हैं।

 

Back to top button