घरेलू उपायों से घटाएं लिपोमा की गांठ

कई बार शरीर के किसी भी हिस्से में ऐसी गांठ बन जाती है, जिसमें दर्द नहीं होता है। आमतौर शरीर में त्वचा के नीचे बनने वाली गांठ में दर्द हो सकता है। यह ऐसी गांठ होती है, जिसे दबाने से दर्द नहीं होता, यह किसी रबर की तरह महूस होती है और इसे आसानी से हिलाया जा सकता है। मेडिकल भाषा में इस तरह की गांठ को लिपोमा (Lipoma) कहा जाता है। इस तरह की गांठ अक्सर हाथ या पैर में बन सकती है।

लिपोमा की गांठ त्वचा की नीचे बढ़ती है और इसे छूने पर दर्द नहीं होता है। इस तरह की गांठ किसी स्वास्थ्य समस्या का कारण नहीं बनती है लेकिन आपकी त्वचा की सुंदरता को प्रभावित जरूर कर सकती है। हां, अगर आपको इससे किसी तरह की परेशानी हो रही है, तो इसका इलाज संभव है। चलिए जानते हैं कि शरीर में इस तरह की गांठ क्यों बन जाती है, इससे आपको क्या खतरा है, इसके क्या लक्षण हैं और इससे कैसे छुटकारा पा सकते हैं।

लिपोमा क्या है
आपने कई लोगों के हाथ-पैर या शरीर के किसी हिस्से पर एक नरम या कोमल गांठ देखी होगी, जिसमें दर्द नहीं होता है। लिपोमा एक गोल या अंडाकार गांठ होता है जो त्वचा के ठीक नीचे बढ़ती है। यह फैट से बनी होती और इसे छूने पर आसानी से हिल सकती है। आमतौर पर इसमें दर्द नहीं होता है। लिपोमा की गांठ शरीर के किसी भी हिस्से में बन सकती है लेकिन पीठ, धड़, हाथ, कंधे और गर्दन पर सबसे ज्यादा बनती है। वास्तव में यह सॉफ्ट टिश्यू ट्यूमर हैं। वे धीरे-धीरे बढ़ते हैं और कैंसर का कारण नहीं बनते। अधिकांश लिपोमा को उपचार की आवश्यकता नहीं होती है। अगर अप इसे हटवाना चाहते हैं, तो डॉक्टर इसे आसानी से हटा सकते हैं।

लिपोमा की गांठ का ज्यादा खतरा किसे है
लिपोमा बहुत आम है। एक रिपोर्ट के अनुसार, हर 1,000 लोगों में से लगभग 1 को लिपोमा होता है। लिपोमा अक्सर 40 और 60 की उम्र के बीच दिखाई देते हैं, लेकिन वे किसी भी उम्र में हो सकते हैं। वे जन्म के समय भी उपस्थित हो सकते हैं। लिपोमा सभी लिंगों के लोगों को प्रभावित करता है, लेकिन वे महिलाओं में थोड़ा अधिक आम हैं।

लिपोमा के लक्षण क्या हैं
लिपोमा आमतौर पर दर्दनाक नहीं होते हैं। बहुत से लोग जिन्हें लिपोमा होता है, उन्हें कोई लक्षण दिखाई नहीं देता है। राहत की बात यह है कि लिपोमा अपने आसपास के ऊतकों में नहीं फैलते हैं। हालांकि कई मामलों में आपको दर्द और परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इनका आकार गोल या अंडाकार होता है। इस तरह की गांठ का साइज 2 इंच से छोटा होता है लेकिन कई बार इस तरह की गांठ 6 इंच से अधिक चौड़ी हो सकती है।

लिपोमा की गांठ के कारण
लिपोमा की गांठ के क्या कारण हैं, इस बारे में पर्याप्त सबूत नहीं हैं। यह किसी को जेनेटिक हो सकती है। कुछ स्थितियों के कारण शरीर पर कई लिपोमा बन जाते हैं। इनमें शामिल हैं- डर्कम रोग जोकि एक दुर्लभ विकार दर्दनाक लिपोमा को बढ़ने का कारण बनता है। इसके अलावा गार्डनर सिंड्रोम, जेनेटिक मल्टिपल लिपोमैटोसिस और , मैडेलुंग डिजीज इसका कारण बन सकते हैं।

लिपोमा के लिए घरेलू उपचार
इसके लिए 1) हल्दी का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह हल्दी में यौगिक करक्यूमिन है जो लिपोमा से निपटने में मदद करता है। लिपोमा पर हल्दी का पेस्ट लगाया जा सकता है। इसके लिए 2) सेज भी फायदेमंद है। इस जड़ी बूटी में ऐसे गुण होते हैं, जो फैट को कम करते हैं। सेज के अर्क को लिपोमा पर लगाने से लिपोमा को घुलने में मदद मिल सकती है। आप 3) थूजा ऑक्सिडेंटलिस का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इस जड़ी बूटी का उपयोग त्वचा पर और उसके नीचे गांठ के लिए किया जाता है। इसे लिपोमा का होम्योपैथिक उपचार माना जा सकता है। आपको पानी में थूजा का अर्क मिलाना होगा और इसे लिपोमा पर लगाना होगा। आपको पेस्ट को हर दिन लगभग 3 बार लगाने की जरूरत है।

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