कश्मीर में टारगेट किलिंग पर शिवसेना बोली – ‘घाटी में नागरिकों की रक्षा नहीं कर सकती BJP, पूरे दिल से चुनाव में व्यस्त’
मुंबई
शिवसेना ने जम्मू-कश्मीर में आंतकवादियों की ओर से हिंदू परिवारों को निशाना बनाए जाने को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है। शिवसेना ने गुरुवार को कहा कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में नागरिकों की रक्षा नहीं कर सकती है क्योंकि बीजेपी राजनीति में लगी हुई है। पिछले कुछ हफ्तों में घाटी में आंतकियों की ओर से टारगेट किलिंग की रणनीति अपनाई जा रही है, जिसमें हिंदू परिवारों को निशाना बनाया जा रहा है। शिवसेना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए। शिवसेना सांसद और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि केंद्र की ओर से केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद भी जम्मू-कश्मीर के हालात में कोई बदलाव नहीं आया है। उन्होंने कहा कि सरकार कश्मीर में पंडितों, सिखों और मुसलमानों की रक्षा करने में असमर्थ है।
पूरे दिल से राजनीति में लगे हुए हैं
राउत ने कहा, 'आज कई कश्मीरी पंडित, सैनिक और मुस्लिम पुलिस अधिकारी मारे जा रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी रक्षा करने में असमर्थ हैं। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री पूरे दिल से चुनाव और राजनीति में लगे हुए हैं। उन्होंने कश्मीर के हालात पर ध्यान देने की जरूरत है। दुर्भाग्य से, वे कश्मीरियों का गुस्सा नहीं देख रहे हैं क्योंकि में व्यस्त हैं, विरोधियों पर हमला कर रहे हैं और उनके खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं। राउत ने कहा कि केंद्र सरकार, कट्टर हिंदुत्ववादी, राष्ट्रवादी और कश्मीरी पंडितों की घर वापसी चाहती है, लेकिन घाटी में स्थिति बदतर बनी हुई है।
बीजेपी ने टिप्पणी करने से किया इनकार
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में भी इस मुद्दे पर एक संपादकीय प्रकाशित किया जिसमें कहा गया था बीजेपी ने 1990 के दशक में कश्मीरी पंडितों के विस्थापन पर कांग्रेस और अन्य दलों को निशाना बनाया और अब उसे ही अपने शासन में कश्मीर में हो रही हत्याओं का जवाब देना होगा। महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष माधव भंडारी ने राउत की टिप्पणी से इनकार किया है। उन्होंने कहा- हम उनके बयानों पर टिप्पणी नहीं करते हैं। राज्य भाजपा इकाई की भी सामना पर कोई टिप्पणी नहीं करने की नीति है, क्योंकि वो केवल एक समाचार पत्र है।