टमाटर की बढ़ती कीमतों से दो हफ्ते में मिलेगी राहत
नई दिल्ली
टमाटर की बढ़ती कीमतों से जल्द राहत मिलने वाली है। दक्षिणी राज्यों में अगले दो सप्ताह में टमाटर की खुदरा कीमतें स्थिर होनी चाहिए। वहां बारिश की वजह से फसल को भारी नुकसान पहुंचने से कीमतों में भारी वृद्धि हुई है। यह बातें केंद्रीय खाद्य सचिव सुधांशु पांडेय ने गुरुवार को कही।
दो जून को उच्चस्तर पर थीं टमाटर की कीमतें
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, कई शहरों में टमाटर की खुदरा कीमतें 50 से 106 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच चल रही हैं। यही स्थिति महाराष्ट्र में भी है। आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में टमाटर 40 रुपये प्रति किलो है। तो वहीं, दिल्ली को छोड़कर, अन्य महानगरों में खुदरा कीमतें दो जून को उच्चस्तर पर थीं। मुंबई और कोलकाता में गुरुवार को टमाटर 77 रुपये प्रति किलो और चेन्नई में 60 रुपये प्रति किलो के भाव बेचा गया।
बारिश के कारण फसल को नुकसान
पांडेय ने संवाददाताओं से कहा, ''दिल्ली में टमाटर की कीमतें स्थिर हैं। दक्षिणी भारत में स्थानीय बारिश के कारण फसल को हुए नुकसान की वजह से टमाटर की कीमतें बढ़ी हैं।'' उन्होंने कहा कि टमाटर का वास्तविक उत्पादन और आवक अधिक है। उत्पादन पक्ष में कोई समस्या नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने राज्यों के साथ इस मामले पर चर्चा की है।
उन्होंने कहा, ''यह (कीमतें) अगले दो हफ्तों में स्थिर हो जानी चाहिए।'' सचिव ने यह भी उल्लेख किया कि प्याज का उत्पादन और खरीद भी पिछले साल से अधिक है। उन्होंने कहा, ''हमने रबी सत्र से अब तक 52,000 टन की खरीद की है, जो पिछले साल के 30,000 टन से कहीं अधिक है।''