सिरसा: मनरेगा योजना से महकेंगे पौधे, पंचायत की सहमति से गांवों में बंटेंगे सवा तीन लाख पौधे
सिरसा
मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) से केवल गरीब लोगों को रोजगार ही नहीं मिला बल्कि पर्यावरण सुधारने की दिशा में भी सकारात्मक कार्य हुए हैं। इन्हीं में से एक कार्य पौधारोपण का है। मनरेगा के बजट से इस वर्ष जिले में तीन लाख 25 हजार पौधे तैयार किए गए हैं। हालांकि पौधे तैयार करने की जिम्मेवारी वन विभाग की रही है लेकिन लेबर से लेकर बीज उपलब्ध कराने का कार्य मनरेगा से हुआ है। 58 लाख रुपये की लागत से तैयार सवा तीन लाख पौधे अब जिले भर के ग्रामीण क्षेत्र में लगाए जाएंगे।
सात नर्सरी में तैयार हुए पौधे
मनरेगा से बड़ागुढ़ा खंड के दौलतपुर खेड़ा में एक, नाइवाला में दो नर्सरी में पौधे तैयार किए गए हैं। यहां दौलतपुर खेड़ा में 25 व नाइवाला में 60 हजार पौधे तैयार करने का लक्ष्य रखा गया। ओढ़ां में असीर में दो नर्सरियों में 75 हजार, ऐलनाबाद के जीवननगर नर्सरी में 40 हजार, डबवाली के अबूबशहर में दो नर्सरी में 25 हजार, सिरसा के फूलकां की दो नर्सरी में 75 हजार, नाथूसरी चौपटा की अलीमोहम्मद नर्सरी में 25 हजार पौधे तैयार किए गए हैं।
बता दें कि हर साल मानसून सीजन में पौधारोपण किया जाता है। पौधारोपण इस मौसम में करने से पौधों की बढ़ोतरी की संभावना ज्यादा रहती है। नहीं तो केवल 30 प्रतिशत ही पौधे बचते हैं। इस बार मनरेगा योजना के तहत होने जा रहे पौधारोपण के काम में और ज्यादा सफलता मिलने के आसार हैं।