रुसी सेना द्वारा सीविरोडोनेस्क शहर पर कब्जे के बाद यूक्रेन ने लगभग 20% क्षेत्र को लिया वापस

सीविरोडोनेस्क
यूक्रेन और रूस युद्ध को करीब तीन महीने से ज्यादा का समय हो चुका है। पूर्वी यूक्रेन के शहरों में रूस और यूक्रेन की सेनाओं के बीच भीषण लड़ाई छिड़ी हुई है। यूक्रेन की सेना ने डोनबास के सबसे बड़े और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण शहर सीविरोडोनेस्क में रूसी सेना के घुसने की सूचना दी थी। शनिवार की लड़ाई के दौरान, यूक्रेन ने सिविएरोडोनेट्सक शहर का एक हिस्सा वापस ले लिया, जो पूर्वी डोनबास क्षेत्र को लेने के लिए रूसी आक्रमण द्वारा कब्जा किया था। लुहान्स्क के पूर्वी क्षेत्र के प्रमुख ने शुक्रवार को कहा कि यूक्रेन की सेना ने रूस के साथ लड़ाई के दौरान सीविरोडोनेस्क शहर में कब्जे किये हुए लगभग 20% क्षेत्र वापस ले लिया है।

जेलेंस्‍की ने कही यह बात
यूक्रेनी सेना अब अमेरिका और ब्रिटेन से मिलने वाले राकेट सिस्टम व अन्य बड़े हथियारों का इंतजार कर रही है। ये राकेट सिस्टम 80 किलोमीटर की दूरी तक मार करने में सक्षम हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि रूसी सेना इलाकों को पूरी तरह से बर्बाद कर उन पर कब्जा कर रही है। इससे नागरिकों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। बाकी शहरों में हुई तबाही के लिए भी रूसी सेना जिम्मेदार है।

रायटर्स के दो पत्रकार हुए घायल
वहीं, इस युद्ध के बीच न्यूज एजेंसी रायटर्स के पत्रकारों की गाड़ी आग की चपेट में आ गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पूर्वी यूक्रेन में शुक्रवार को इस हादसे में रायटर के दो पत्रकार घायल हो गए और एक ड्राइवर की मौत हो गई है। कीव इंडिपेंडेंट ने शनिवार को एक ट्वीट कर मामले की जानकारी देते हुए बताया कि सीविरोडोनेस्क के पास एक हादसे में रायटर के दो पत्रकार घायल हो गए, जबकि ड्राइवर की मौत हो गई। रायटर ने बताया कि फोटोग्राफर अलेक्जेंडर एर्मोचेंको और कैमरामैन पावेल क्लिमोव को सीविरोडोनेस्क के रास्ते में वाहन में आग लगने के बाद मामूली चोटें आई हैं। वे एक रूसी-नियंत्रित सड़क पर गाड़ी में यात्रा कर रहे थे। समाचार एजेंसी ने कहा कि वह उस ड्राइवर की पहचान नहीं कर सका है, जो हादसे के वक्त गाड़ी चला रहा था।

बता दें कि सोमवार को पूर्वी यूक्रेन में फ्रांसीसी पत्रकार फ्रेडरिक लेक्लर-इमहाफ की हत्या कर दी गई थी। मैक्रों ने सोमवार को ट्वीट किया था कि पत्रकार फ्रेडरिक लेक्लेर-इमहाफ युद्ध की वास्तविकता दिखाने के लिए यूक्रेन में थे। उन्होंने कहा कि फ्रांसीसी पत्रकार यूक्रेनी नागरिकों के साथ एक बस में सवार होकर रूसी बम विस्फोटों से बचने के लिए भागने के लिए मजबूर हुए। लेकिन वह चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई। रूसी सेना ने तीन महीने से ज्यादा की लड़ाई में मेलिटोपोल, खेरसान और मारीपोल शहरों पर कब्जा किया है। इस बीच रूस और यूक्रेन से गेहूं और अन्य खाद्य सामग्री का निर्यात शुरू कराने के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रयास तेज हैं। लेकिन ये प्रयास अभी तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं।

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