सिम्स में मैकेनाइज्ड लांड्री मशीन खरीदी की जांच कराने मंत्री ने दिए आदेश
बिलासपुर। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बिलासपुर के सिम्स मेडिकल कॉलेज में मैकेनाइज्ड लांड्री मशीन खरीदी की जांच कराने के लिए डीन को आदेश दिया है। समीक्षा बैठक के दौरान डीन पर नाराजगी जताते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने पूछा है कि खरीदी के लिए छत्तीसगढ़ मेडिकल कारपोरेशन सर्विसेस से एनओसी क्यों नहीं ली गई। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने सिम्स में 900 बिस्तर तक बढ़ाने के लिए प्रस्ताव बनाने के भी निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने बिलासपुर, मुंगेली एवं जांजगीर-चांपा के स्वास्थ्य विभाग से संबंधित कामकाज की विस्तार से समीक्षा की। इस दौरान मंत्री सिंहदेव ने सिम्स की समीक्षा करते हुए 54 लाख रुपए में खरीदी गई मैकेनाइज्ड लांड्री मशीन की जांच के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने कहा कि इसी तरह की मशीन रायगढ़ में 19 लाख रुपए में खरीदी गई है। उन्होंने डीन डॉ. कमल किशोर सहारे से कहा कि व्यवस्था में जल्द सुधार लाया जाए।
मशीन खरीदी करने के लिए तय मापदंडों का भी पालन नहीं किया गया है। नियमानुसार किसी भी उपकरणों के क्रय करने से पहले राज्य शासन के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के अंतर्गत चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, आयुष के लिए उपकरण, दवाइयां एवं सामग्रियों की खरीदी करने के लिए छत्तीसगढ़ मेडिकल कारपोरेशन सर्विसेस की स्थापना की गई है। सभी विभागों में उपकरण मशीनों, दवाइयों एवं अन्य बाहरी एजेंसियों से खरीदी किए जाने से पहले छत्तीसगढ़ मेडिकल कारपोरेशन सर्विसेस से एनओसी लेना अनिवार्य किया गया है, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने डॉक्टरों एवं कर्मचारियों को बेहतर तालमेल के साथ काम करने के लिए कहा। उन्होंने कोविड टेस्टिंग बढ़ाने के साथ ही कोविड टीकाकरण में भी तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही बच्चों के टीकाकरण को नाकाफी बताते हुए इसके लिए विशेष प्रयास करने को कहा। उन्होंने अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों के कोविड टेस्ट कराने के निर्देश दिए। बैठक में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, विधायक शैलेष पाण्डेय, नारायण चंदेल एवं इंदु बंजारे सहित स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।