उत्तर कोरिया ने एक के बाद एक आठ मिसाइल दागे, अमेरिका को क्यों आंख दिख रहे किम जोंग उन?

प्योंगयोंग
उत्तर कोरिया ने अपने पूर्वी समुद्री तट की तरफ आठ छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया है। उत्तर कोरिया ने ये मिसाइल परीक्षण दक्षिण कोरिया और अमेरिका द्वारा फिलीपीन सागर में नौसैनिक अभ्यास करने के एक दिन बाद ही आठ बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया है। अमेरिका ने पिछले हफ्ते कहा था, कि वो उत्तर कोरिया पर और भी ज्यादा प्रतिबंध लगाएगा, ऐसे में सवाल ये हैं, कि आखिर सनकी तानाशाह किम जोंग उन अमेरिका को आंखें क्यों दिखा रहे हैं? उत्तर कोरिया ने दागे 8 मिसाइल दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने कहा कि मिसाइलों को रविवार को उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग के सुनन इलाके से दागा गया है। वहीं, जापान की सरकार ने बताया है कि, उत्तर कोरिया ने एक संदिग्ध बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की है। आपतो बता दें कि, इन मिसाइल परीक्षणों के साथ ही उत्तर कोरिया ने सिर्फ इस साल 18वीं बार मिसाइलों का परीक्षण किया है। वहीं, पिछले पांच सालों में ये पहली बार है, जब उत्तर कोरिया ने इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइलों का परीक्षण किया है।

परमाणु परीक्षण भी करेगा उत्तर कोरिया? वहीं, दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि इस बात के संकेत हैं कि उत्तर कोरिया उत्तरपूर्वी शहर पुंगये-री में अपने परमाणु परीक्षण मैदान में तैयारी के साथ आगे बढ़ रहा है। अगर उत्तर कोरिया ये परमाणु परीक्षण करता है, तो साल 2006 के बाद सातवां मौका होगा, जब किम जोंग उन परमाणु परीक्षण करेंगे और सितंबर 2017 में अपने आईसीबीएम में फिट होने के लिए थर्मोन्यूक्लियर बम विस्फोट करने का दावा करने के बाद से ये पहला परमाणु परीक्षण होगा।

उत्तर कोरिया की मिसाइल सनक प्योंगयांग की बढ़ती हथियार क्षमताओं के बीच, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक-योल, जिन्होंने 10 मई को पदभार संभाला था, उन्होंने उत्तर कोरिया को रोकने के लिए द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास बढ़ाने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ सहमति व्यक्त की है। वहीं, दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने कहा कि शनिवार को, दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी जहाजों ने जापानी द्वीप ओकिनावा से अंतरराष्ट्रीय जल में तीन दिनों के सैन्य अभ्यास का समापन किया है, जिसमें वायु रक्षा, एंटी-शिप, एंटी-सबमरीन और समुद्री हस्तक्षेप अभियान शामिल हैं।

इस अभ्यास में अन्य प्रमुख युद्धपोतों के अलावा, एक 100,000 टन परमाणु-संचालित विमानवाहक पोत यूएसएस रोनाल्ड रीगन भी शामिल था। नवंबर 2017 के बाद से संयुक्त अभ्यास द्वारा सैन्य अभ्यास में इस्तेमाल किया जाने वाला ये उनका पहला विमानवाहक पोत था। अमेरिका कर रहा बातचीत की कोशिश उत्तर कोरिया का कहना है कि, अमेरिका ने उनके देश के खिलाफ शत्रुतापूर्ण नीति अपना रखी है और इसीलिए उत्तर कोरिया ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच पिछले संयुक्त सैन्य अभ्यास की आलोचना की है। वहीं, रविवार को उत्तर कोरिया ने उस वक्त बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया है, जब उत्तर कोरियाई मामलों पर अमेरिकी दूत सुंग किम ने शनिवार को दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल की यात्रा की थी। जहां पर उन्होने उत्तर कोरिया द्वारा संभावित परमाणु परीक्षण से पहले अपने दक्षिण कोरियाई और जापानी समकक्षों किम गुन और ताकेहिरो फुनाकोशी से मुलाकात की थी।

कूटनीति के लिए खुले हैं दरवाजे- यूएस वहीं, अमेरिका ने उत्तर कोरिया से साफ कर दिया है कि, अमेरिका ने उत्तर कोरिया के लिए बातचीत के रास्ते हमेशा खोल रखे हैं, लेकिन उत्तर कोरिया के नेता ने अमेरिका से दो-टूक कहा है, कि वो अमेरिका के साथ सिर्फ प्रतिबंधों पर ही बात करने के लिए तैयार हैं। वहीं, पिछले हफ्ते, अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर अपने बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपण पर अधिक संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों का आह्वान किया, लेकिन चीन और रूस ने सुझाव को वीटो कर दिया। आपको बता दें कि, उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को सार्वजनिक रूप से विभाजित करने के बाद पहली बार 2006 में इसे दंडित करना शुरू किया, जब उत्तर कोरिया ने अपना पहला परमाणु परीक्षण किया।
 

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