महापौर के लिए कांग्रेस को विधायकों पर भरोसा

भोपाल
नगर निगमों में अपना महापौर बैठाने के लिए कांग्रेस विधायकों पर ज्यादा भरोसा दिखा रही है। दो शहरों के महापौर उम्मीदवार विधायक रहेंगे, उनके नाम तय हो चुके हैं। जबकि एक सीट पर विधायक की पत्नी को कांग्रेस उम्मीदवार बना सकती है। वहीं विंध्य क्षेत्र के एक नगर निगम में महापौर का टिकट पूर्व विधायक के पति को दिया जा सकता है। वहीं एक अन्य सीट पर यदि शहर के नेताओं में एक राय नहीं हुई तो वहां से भी विधायक को ही चुनाव लड़वाया जा सकता है। हालांकि इन सब पर अंतिम मुहर 9 जून को कमलनाथ के साथ जिला अध्यक्षों और जिला प्रभारियों की होने वाली बैठक के बाद लगेगी।

ये विधायक और उनके परिजन
इंदौर और उज्जैन से तय है कि यहां से विधायक ही महापौर के उम्मीदवार कांग्रेस की ओर से होंगे। इंदौर से संजय शुक्ला वहीं उज्जैन से महेश परमार की उम्मीदवारी तय है। जबकि ग्वालियर से विधायक सतीश सिकरवार की पत्नी शोभ सिकरवार का नाम भी लगभग तय माना जा रहा है। इधर रीवा में कांग्रेस की ओर से अभय मिश्रा का नाम लगभग तय हैं, उनकी पत्नी नीलम मिश्रा भाजपा से विधायक रह चुकी हैं। मिश्रा वर्ष 2018 में कांग्रेस के टिकट पर रीवा विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं।

ये भी लगभग तय
 सागर से कांग्रेस नेता सुनील जैन की पत्नी निधि जैन की उम्मीदवारी भी तय मानी जा रही है। जबलपुर में शहर कांग्रेस अध्यक्ष जगत बहादुर सिंह का नाम तय माना जा रहा है, वे पहले पार्षद रह चुके हैं। यदि एक राय नहीं बनी तो उनकी जगह पर यहां से विधायक को टिकट को दिया जा सकता है।

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