संगठन पदाधिकारियों ने बताई परिवारवाद की नई परिभाषा, पत्नी, बहू के लिए दावेदारी
भोपाल
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा नगरीय निकाय चुनाव में टिकट वितरण में परिवारवाद नहीं चलने देने के फैसले की काट तलाशने का काम शुरू हो गया है। जिलों मेंं अब इस रणनीति के आधार पर संगठन में पदों पर काबिज नेता अपनी पत्नी, बेटी, बहू के लिए टिकट मांग रहे हैं कि वे लाभ के पद पर नहीं हैं। कुछ जिलों में तो मेयर का टिकट मिलने की दशा में नेता अपनी पत्नियों को सरकारी नौकरी तक छुड़वाने को तैयार हैं। दावेदारी करने वाले नेताओं का कहना है कि चूंकि वे संगठन के पद पर हैं, इसलिए लाभ के पद पर नहीं हैं। यदि विधायक, सांसद या किसी अन्य पद पर होते तो उनके द्वारा टिकट मांगना परिवारवाद के दायरे में आता।
अनारक्षित श्रेणी के महापौर के लिए चिन्हित शहरों में सागर में भाजपा के जिन वरिष्ठ नेताओं की पत्नियों के नाम पर दावेदारी की चर्चा है उनमें प्रतिभा डॉ अनिल तिवारी, संगीता डॉ सुशील तिवारी, संगीता मुकेश जैना ढाना, निधि मानवेंद्र मिश्रा, मेघा दुबे, प्रतिभा चौबे, सीमा नवीन भट्ट, संध्या भार्गव के नाम चर्चा में हैं। इनमें से कुछ महिला मोर्चा में पदों पर हैं तो अधिकांश गृहणी हैं और भाजपा में सक्रिय नेताओं की पत्नी, बहू हैं। कटनी प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के संसदीय क्षेत्र में आता है और अनारक्षित है, यहां शर्मा और पूर्व मंत्री संजय पाठक समेत अन्य नेताओं की पसंद की महिला को कैंडिडेट बनाया जाएगा। इसी तरह देवास जिले को लेकर अभी मंथन चल रहा है।
खंडवा से आ सकता है नया चेहरा
खंडवा में ओबीसी मेयर के लिए जिला अध्यक्ष सेवादास पटेल ने अपनी पत्नी रेखा के लिए दावेदारी की है। साथ ही जिला उपाध्यक्ष अमर यादव, मंडल उपाध्यक्ष कैलाश राठौर अपनी पत्नियों के लिए टिकट चाह रहे हैं। ममता बोरसे समेत अन्य महिलाओं की भी दावेदारी है। भोपाल में ओबीसी के लिए कई पूर्व पार्षद और महिला पदाधिकारी सक्रिय हैं, इनमें विधायक कृष्णा गौर, राजो मालवीय के नाम चर्चा में हैं। यहां से कोई नया चेहरा सामने आ सकता है।
मुरैना में शर्मा, तोमर और सिंधिया की सहमति जरूरी
एससी महिला के लिए आरक्षित मुरैना में पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष शीला यशवंत वर्मा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष गुड्डी राकेश खटीक,भाजपा जिला उपाध्यक्ष भावना जालौन,अजा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष मुकेश जाटव की पत्नी, दिलीप पिप्पल की पत्नी, सुनील जाटव जौरा रोड की पत्नी भाजपा नेता रामस्वरूप जाटव की पत्नी, पूर्व नपा अध्यक्ष अजीत जाटव की पत्नी, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष शोभाराम बाल्मीकि की पत्नी व पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मुरारीलाल खस की पत्नी के नामों को लेकर दावेदारी का बाजार गर्म है। मुरैना भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रभाव वाला क्षेत्र है। इसलिए यहां से तय होने वाला प्रत्याशी तीनों की सहमति के बाद भी फाइनल होगा।
ग्वालियर में संतुलन बनाने की मशक्कत
ग्वालियर की बात करें तो यहां पूर्व मंत्री माया सिंह, पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता, पार्षद खुशबू गुप्ता, करुणा सक्सेना, सुमन शर्मा के नाम चर्चा में हैं लेकिन यहां ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर, जयभान सिंह पवैया के बीच संतुलन बनाने के लिए संगठन को खासी मशक्कत करनी होगी और इनके अलावा कोई नया चेहरा भी सामने आ सकता है। दूसरी ओर बुरहानपुर की अनारक्षित सीट के लिए भी जिला अध्यक्ष के परिजनों की ओर से कोई नाम आ सकता है। साथ ही रमेश पाटीदार समेत अन्य भाजपा नेता अपनी पत्नी, बहुओं को लड़ाने के लिए जोर आजमाईश में जुट गए हैं।