वार्डस्तर पर भरवाए जा रहे शपथपत्र की अनिवार्यता खत्म, 9 जून को मसले सुलझाएंगे कमलनाथ
भोपाल
नगरीय निकाय चुनाव के लिए वार्डो और शहरों में चल रही राय शुमारी की बैठकों में हंगामे की खबर ने कांग्रेस की चिंता बढ़ा दी है। ऐसे मसले एक दो दिन में पर्यवेक्षक, प्रभारी या सह प्रभारी सलझाएंगे यदि इनसे भी ये नहीं सुलझा तो फिर पीसीसी चीफ को इस मामले में अपना फैसला लेंगे। इधर कांग्रेस नेताओं से वार्ड स्तर पर भरवाए जा रहे शपथपत्र की अनिवार्यता अब खत्म कर दी गई है।
रायशुमारी को लेकर शहर और वार्डो में चल रही बैठकों में भोपाल, इंदौर, ग्वालियर सहित करीब एक दर्जन जगह से हंगामे की खबर सामने आई है। इसके बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के यहां से चुनाव के लिए बनाए गए सभी प्रभारियों और सहप्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने स्तर पर इस तरह के हंगामे न हो और विवाद न हो इसे लेकर भी स्थानीय नेताओं से बातचीत की जाए। दरअसल चुनाव से पहले इस तरह के हंगामे से पार्टी की छवि पर असर पड़ रहा है। ऐसे में यदि इसके बाद भी एक राय जैसी स्थिति नहीं बनती है तो फिर पीसीसी इन वार्डो पर वहां के स्थानीय नेताओं से सीधे बातचीत कर फैसला ले सकती है।
इधर वार्डो में पार्षद का टिकट मिलने से दूसरे नेता नाराज होकर चुनाव में बागी होकर न खड़े हो जाए, इसके लिए एक शपथ पत्र भी भरवाया जा रहा था। इसे लेकर भी कई जगहों पर विवाद की स्थिति बनी साथ ही भाजपा ने भी इस पर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। नतीजे में पीसीसी ने तय किया कि ऐसे शपथ पत्र बहुत जरुरी हो तभी भरवाएं जाए, अन्यथा सभी दावेदारों से शपथ पत्र भरवाने की जरुरत नहीं हैं।
इधर शुरू हुआ जनसंपर्क
इधर इंदौर में महापौर पद के लिए विधायक संजय शुक्ला का टिकट के ऐलान की औपचारिता ही बाकी है। शुक्ला ने भी अपना चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। यहां पर पार्षदों का ऐलान की 9 जून की शाम तक होने की आसार हैं। इधर सतना में पहुंचे पर्यवेक्षक के सामने महापौर के लिए 8 नाम सामने आए हैं। यह सीट ओबीसी है।
आज और कल अधिकांश शहरों में बैठक
प्रदेश के 16 नगर निगमों में आज और कल वहां के प्रभारी और सहप्रभारी महत्वपूर्ण बैठक लेने जा रहे हैं। अधिकांश जगहों पर आज बैठक हो जाएगी। जिसमें महापौर के लिए सिंगल नाम और वार्डो से भी सिंगल नाम तय किए जाएंगे। इसके बाद यह रिपोर्ट 9 जून को कमलनाथ के सामने रखाएगी।