शमशान पर कब्जा कर लगाई मक्के की फसल, कलेक्टर सोनम पांडे की मौजूदगी में नष्ट की गई

तेंदूखेड़ा

दमोह जिले के तेंदूखेड़ा ब्लाक की ग्राम पचांयत बांसी में मुक्तिधाम पर कब्जा कर लगाई गई फसल को शनिवार को कलेक्टर के निर्देश पर प्रशासनिक अधिकारियों ने उखाड़ दिया। जिससे अब ग्रामीणों को अपने परिजनों के अंतिम संस्कार में परेशानी नहीं होगी। दबंगों द्वारा पंचायत के मुक्तिधाम में कब्जा कर वहां मक्का की फसल लगा दी गई थी। कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने फसल को उखाड़ने के निर्देश दिए थे।

बता दें कि मुक्तिधाम में कब्जा होने के चलते ग्रामीणों को अपने परिजनों के अंतिम संस्कार में समस्याओ का सामना करना पड़ता था, लेकिन विवाद के चलते वे इसकी शिकायत नहीं कर रहे थे। चार दिन पहले बांसी गांव में एक महिला की मौत हो गई थी। जिसका अंतिम संस्कार करने के लिए स्थानीय लोगों के साथ दूसरे गांव के लोग मुक्तिधाम पहुंचे तो वहां चारों ओर मक्का की फसल लगी हुई मिली थी। गांव के लोग तो अतिम संस्कार करने में भय खा रहे थे, लेकिन कुछ लोगों ने जिद करते हुए मुक्तिधाम में ही अंतिम संस्कार किया। इसकी जानकारी मीडिया और अधिकारियों को दी गई थी।

सीईओ ने भेजा था पत्र
ग्राम पंचायत के मुक्तिधाम में गांव के ही लोगों ने कब्जा कर मक्का की फसल बो दी थी। पंचायत कर्मियों ने इसकी जानकारी बरिष्ठ अधिकारी को नहीं दी। बाद में जब मृत महिला के अंतिम संस्कार में लोगों को परेशानी हुई तो उन्होंने इसकी जानकारी अधिकारियों के पास भी भेज दी। इसके बाद तेंदूखेड़ा जनपद सीईओ मनीष बागरी ने पूरे मामले की जानकारी पंचायत सचिव से ली। फटकार लगाने के बाद सचिव को नोटिस जारी किया और तहसीलदार को अतिक्रमण हटाने के लिए पत्र भेजा।

तेंदूखेड़ा तहसीलदार सोनम पांडे की मौजूदगी में शनिवार को मुक्तिधाम से अतिक्रमण हटाया गया। तारादेही थाना प्रभारी राजीव पुरोहित, पंचायत सचिव, पटवारी की मौजूदगी में ट्रैक्टर से मुक्तिधाम में लगी मक्के की फ़सल को नष्ट किया गया। जिसके बाद जमीन पंचायत सचिव के सुपुर्द की गई। तेंदूखेड़ा तहसीलदार सोनम पांडे ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर बांसी ग्राम पचायत के मुक्तिधाम का अतिक्रमण हटाया गया है।

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