डब्ल्यूईएफ ने बताया- भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था, स्टार्टअप्स के लिए बन रहा ग्लोबल हब

नई दिल्ली
भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और साथ ही स्टार्टअप एवं डिजिटल इनोवेशन के लिए ग्लोबल हब के रूप में विकसित हो रहा है। यह जानकारी सोमवार को एक रिपोर्ट में दी गई। भारत में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) के संपर्क कार्यालय सेंटर फॉर द फोर्थ इंडस्ट्रियल रिवॉल्यूशन (सी4आईआर) द्वारा लॉन्च की गई रिपोर्ट में कहा गया कि भारत द्वारा विकास की वकालत की जा रही है और यहां टेक्नोलॉजी एक बाधा के बजाय एक सेतु के रूप में कार्य कर रही है। यह अत्यधिक आवश्यक है।

आगे कहा कि फोरम को अधिक मानव-केंद्रित, ग्रह-अनुकूल और लचीले भविष्य को आकार देने में इसके भागीदार के रूप में कार्य करने पर गर्व है। सी4आईआर इंडिया को अक्टूबर 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च किया गया था, जिसका उद्देश्य भारत में उभरती टेक्नोलॉजी को अपनाने और जिम्मेदारी से उन्हें बढ़ावा देने पर है।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम और नीति आयोग के बीच सहयोग से शुरू किए गए इस केंद्र का शुभारंभ चौथी औद्योगिक क्रांति के लिए डब्ल्यूईएफ के केंद्रों के वैश्विक नेटवर्क का हिस्सा है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के प्रबंध निदेशक जेरेमी जुर्गेंस ने कहा, "पिछले छह वर्षों में सी4आईआर इंडिया मल्टीस्टेकहोल्डर सहयोग के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरा है और इसने बेहतर आजीविका और स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच के माध्यम से 12.5 लाख नागरिकों के जीवन में सुधार किया है।"

जुर्गेंस ने कहा, सी4आईआर इंडिया का विस्तार जारी है और यह अब एआई, जलवायु तकनीक और अंतरिक्ष तकनीक जैसे अत्याधुनिक क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।"
सी4आईआर इंडिया का लक्ष्य अपनी प्रमुख पहलों और आगामी परियोजनाओं को आगे बढ़ाते हुए 1 करोड़ नागरिकों तक पहुँचना है। इनमें ‘एआई फॉर इंडिया’ पहल शामिल है, जिसका उद्देश्य सामाजिक लाभ के लिए एआई की क्षमता का उपयोग करना है। वहीं, ‘स्पेस इकोनॉमी’ पहल का उद्देश्य भारत को स्पेस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अग्रणी देश के रूप में स्थापित करना है। इसके अलावा सी4आईआर इंडिया का ‘क्लाइमेट टेक्नोलॉजी’ प्रोग्राम, क्लाइमेट-स्मार्ट शहरी केंद्रों को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करेगा।

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