उप डाकपाल द्वारा किये 2 करोड़ 42 लाख फर्जीवाड़ा की जांच जारी

सागर
 पोस्ट ऑफिस में उप डाकपाल द्वारा किए गए फर्जीवाड़े की जांच तीसरे दिन भी जारी रही। अधिकारी सुबह से लेकर रात तक जांच कर रहे हैं और हर खाते का सत्यापन किया जा रहा है। साथ ही जिन लोगों के साथ धोखाधड़ी की गई है उन्हें रुपए वापस लौटाने का आश्वासन भी दिया जा रहा है। थोड़े-थोड़े रुपए जोड़कर टीडी कराने वाले लोगों के रुपए उप डाकपाल द्वारा जमा न कर स्वयं खर्च कर दिए हैं। पीडि़त अब परेशान हो रहे हैं कि उनके रुपए वापस कैसे मिलेंगे। इसपर पोस्ट ऑफिस अधीक्षक द्वारा आश्वासन दिया जा रहा है कि सभी के रुपए लौटाए जाएंगे, इसके लिए दावा पेश करने की जो प्रक्रिया है वह की जाएगी और जो फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए हैं उनकी जांच कर मिलान किया जाएगा। पंद्रह दिन में यह जांच पूरी का प्रतिवेदन तैयार होगा और वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपा जाएगा। अधिकारियों के आश्वासन के बाद अब लोगों को रुपए वापस मिलने की उम्मीद जागी है। गौरतलब है कि धोखाधड़ी का मामला 2 करोड़ 42 लाख रुपए तक पहुंच गया है और इतनी बड़ी राशि का फर्जीवाड़ा होना अधिकारियों पर भी प्रश्न चिंह है।

ऑफिस से नहीं की हैं फर्जी पासबुक प्रिंट
फर्जी पासबुक उप डाकपाल द्वारा पिं्रट करके दी गई हैं और वह भी पोस्ट ऑफिस के फार्मेट में हैं। इस संबंध में अधीक्षक एके अरख का कहना है कि फर्जी पासबुक पोस्ट ऑफिस से प्रिंट नहीं हुई हैं और उसका कंप्यूटर में कोई डाटा नहीं है। आरोपी द्वारा यह कार्य कहां से किया गया है, इसकी जांच पुलिस कर रही है।

 

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