पूर्व राज्यपाल मुर्मू को राष्ट्रपति का उम्मीदवार घोषित किए जाने पर आभार कार्यक्रम

भोपाल
प्रदेश भाजपा द्वारा गुरुवार को आदिवासी समाज की नेता और पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को एनडीए की ओर से राष्ट्रपति का उम्मीदवार घोषित किए जाने के उपरांत आभार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पार्षद से राज्यपाल तक का सफर कर चुकीं द्रोपदी मुर्मू को राष्टÑपति पद का उम्मीदवार बनाने का पीएम नरेंद्र मोदी का फैसला पूरे आदिवासी समाज का सम्मान है। पहले बड़े घरानों के लोग ही राष्टÑपति बनते थे, लेकिन पीएम ने समाज के सबसे कमजोर वर्ग को शिक्षित और उच्च पद पर बिठाने का काम किया है। कल सभी आदिवासी ब्लॉक स्तर पर इस खुशी में उत्सव मनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा की मौजूदगी में प्रदेश भाजपा कार्यालय में हुए इस कार्यक्रम में बीजेपी ने आदिवासी समाज के नेताओं को भोपाल बुलाया था। इस आभार कार्यक्रम में प्रदेश भर से आदिवासी सांसदों, विधायकों, पदाधिकारियों व अन्य जिम्मेदार पदों पर कार्यरत नेताओं को बुलाया गया था। इन सभी के साथ ही एसटी मोर्चा और एसटी युवा मोर्चा की भी भागीदारी इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से रही।
आदरणीय श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनाने पर मा. प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी एवं राष्ट्रीय नेतृत्व के आभार कार्यक्रम से पूर्व जनजातीय भाई-बहनों के साथ उनके अद्वितीय लोक नृत्य एवं संगीत का साथी श्री @vdsharmabjp जी के साथ आनंद लिया। pic.twitter.com/aiN9yJELvk
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 23, 2022
मुखर्जी की स्मृति में होगा पौधरोपण
भाजपा नेताओं ने पार्टी के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर प्रदेश कार्यालय में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। बीजेपी गुरुवार से 6 जुलाई तक प्रदेश भर में श्यामा प्रसाद की स्मृति में पौध रोपण करेगी। छह जुलाई को मुखर्जी की जयंती है। तब तक जिलों में पौधरोपण होंगे।
आदिवासियों के साथ शिवराज, वीडी का नृत्य
बीजेपी दफ्तर के बाहर मुख्य मार्ग पर और दीनदयाल परिसर को आज आदिवासी साज सज्जा से रंगा गया था। इस मौके पर खुले आसमान तले गांवों से आए आदिवासी समाज के लोग मांदल की थाप पर नृत्य करते रहे। सीएम शिवराज और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा यहां पहुंचे तो दोनों को आदिवासी वेशभूषा के पहनावे पहनाए गए। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, पूर्व राज्यपाल संपतिया उइके, वन मंत्री विजय शाह समेत आदिवासी समाज के अन्य नेताओं की मौजूदगी रही।