अमृतसर से छठे स्वास्थ्य मंत्री होंगे डा. इंद्रबीर निज्जर , दक्षिणी हलके को 25 वर्ष बाद कैबिनेट में स्थान
अमृतसर
पंजाब कैबिनेट के सोमवार शाम प्रस्तावित विस्तार में अमृतसर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के विधायक डा. इंद्रबीर सिंह निज्जर को कैबिनेट में जगह दी गई है। उन्हें सरकार में सेहत व परिवार कल्याण के अलावा मेडिकल एजुकेशन व रिसर्च विभाग दिया जाना लगभग तय है। ऐसा होने पर डा. निज्जर गुरुनगरी के छठे स्वास्थ्य मंत्री होंगे, जिनके कंधों पर पंजाब के लोगों को सेहत सुविधाएं देने की जिम्मेदारी होगी। इससे पहले, साउथ हलका.. 25 बरसों में केवल एक मंत्री बना। सिख नेता मनजीत सिंह कलकत्ता शिक्षा मंत्री रह चुके हैं। इसके बाद दक्षिण हलके से काेई भी मंत्री नहीं मिला।
19 मार्च, 2022 को बनी कैबिनेट में अमृतसर शहर को 37 साल बाद नजरअंदाज करते हुए कैबिनेट में जगह नहीं दी गई थी। तब से यह टीस शहरी मतदाताओं में भी थी और आप नेताओं में भी। कैबिनेट विस्तार में एक बार फिर से सबकी निगाहें कैबिनेट मंत्री की कुर्सी पर टिकी हुई है और इसमें डा. निज्जर के नाम पर सहमति बन गई। बता दे कि शहर की पांचों विधानसभा सीटों पर आम आदमी पार्टी के विधायकों का कब्जा है और यह कब्जा उन्होंने कांग्रेस के दिग्गजों को हराते हुए किया। आप नेत्री व विधानसभा हलका पूर्वी से विधायक बनी जीवनजोत कौर ने पीपीसीसी पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू व शिअद महासचिव बिक्रम सिंह मजीठिया को मात दी।
कमोबेश ऐसे ही हालात अन्य हलकों में रहे आप नेता कुंवर विजय प्रताप सिंह ने पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल जोशी, डा. अजय गुप्ता ने पूर्व उपमुख्यमुत्री ओम प्रकाश सोनी, डा. जसबीर सिंह संधू ने पूर्व कैबिनेट मंत्री डा. राजकुमार वेरका और डा. इंद्रबीर सिंह निज्जर ने चार बार के विजेता इंद्रबीर सिंह बुलारिया को मात देते हुए विधानसभा में दस्तक दी। शहरी मतदाताओं ने जिस तरह से सभी को एक तरफा जीत दी, ऐसे में संभावना जाहिर की जा रही थी कि शहर को भी मान कैबिनेट में जगह मिलेगी, पर पहले चरण में ऐसा नहीं हो सका।
2017 में लड़ा था चुनाव, बने प्रोटेम स्पीकर
डा. इंद्रबीर सिंह निज्जर का आम आदमी पार्टी में अपना ही कद है ओर उनका शुमार सीनियर नेताओं में होता है। 2017 में भी उन्होंने विधानसभा हलका दक्षिणी से चुनाव लड़ा था और दूसरे नंबर पर रहे थे। आप की सरकार बनने के बाद उन्हें प्रोटेम स्पीकर (अस्थायी विधानसभा अध्यक्ष) भी नियुक्त किया गया था। डा. निज्जर की वरीयता को देखते हुए उन्हें कैबिनेट में जगह दी जा रही है।
डा. निज्जर के सामने चुनौतियां कम नहीं
पंजाब के सरकारी अस्पताल और मेडिकल कालेज और उनके अधीन अस्पतालों में 50 फीसदी स्टाफ की कमी है। इंफ्रास्ट्रक्चर में भी काफी सुधार करना है। ऐसे में फंड की कमी से जूझ रही सरकार के सामने तमाम चुनौतियां आनी हैं। अब तक जितने लोगों को भी सेहत से जुड़े महकमें मिले हैं, वह दोबारा सत्ता में नहीं आ सके। आने वाले चुनावों में या तो वह हार गए या फिर पार्टी सत्ता से बाहर हो गई। अब डा. निज्जर गुरुनगरी और पंजाब की चुनौतियों का कैसे पार पाते है, इस पर सबकी निगाह रहेगी।
25 हजार से ज्यादा मतों से जीते थे डा. निज्जर
अमृतसर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से आप के डा. इंद्रबीर सिंह निज्जर ने बड़ी जीत हासिल की थी। उन्होंने 53,053 मत प्राप्त किए थे जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी शिअद के तलबीर सिंह गिल 25,550 और कांग्रेस इंद्रबीर सिंह बुलारिया 22,467 मत ही प्राप्त कर सके थे। 2017 में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा था और 24923 यानी 26.7 फीसद वोट लेते हुए दूसरे नंबर पर रहे थे। आप हाईकमान ने इस बार भी उन पर ही अपना विश्वास व्यक्त किया है।