अब मुख्तार की अगली भूमिका को लेकर अटकलें शुरू,मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी
नई दिल्ली
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने इस्तीफा दे दिया है। वे अल्पसंख्यक मामलों का विभाग संभाल रहे थे। मोदी सरकार के दो मंत्रियों के राज्यसभा सदस्य का कार्यकाल गुरुवार को समाप्त हुआ । माना जा रहा है कि पार्टी नकवी को बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की थी। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई जब बुधवार को ही हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश और लोगों की सेवा में नकवी के योगदान की सराहना की थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से मुख्तार अब्बास नकवी के कार्यों की सराहना के बाद से ही नकवी के इस्तीफे की अटकलें तेज हो गई थी। नकवी राज्यसभा में भाजपा के उपनेता हैं। राज्यसभा में उनका कार्यकाल इसी साल सात जुलाई यानी बृहस्पतिवार को समाप्त हो रहा है। पिछले दिनों राज्यसभा के लिए हुए द्विवार्षिक चुनाव में भाजपा ने उन्हें कहीं से उम्मीदवार नहीं बनाया था। तभी से ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी उन्हें कोई नई भूमिका सौंप सकती है।
बीजेपी नकवी को दे सकती हो कोई बड़ी भूमिका
गौरतलब है कि मुख्तार अब्बास नकवी मोदी कैबिनेट में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री थे। इसके अलावा वह राज्यसभा में उपनेता भी थे। इस्तीफे से पहले मुख्तार अब्बास नकवी ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी। इस मुलाकात में क्या चर्चा हुई, इस पर बीजेपी की ओर से कुछ नहीं बताया गया है, लेकिन कहा जा रहा है कि नकवी बहुत जल्द किसी नयी और बड़ी भूमिका में नजर आ सकते हैं। बता दें कि नकवी 2010 से 2016 तक यूपी से राज्यसभा सदस्य रहे। 2016 में वे झारखंड से राज्यसभा भेजे गए थे।
गौरतलब है कि नकवी को भाजपा (BJP) ने पिछले दिनों हुए राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव में कहीं से भी उम्मीदवार नहीं बनाया था। फिलहाल, नकवी के भविष्य को लेकर कई तरह की अटकलें चल रही हैं। माना जा रहा है कि नकवी का नाम उपराष्ट्रपति से लेकर कई अन्य राज्यों के गवर्नर या एलजी के तौर पर चल रहा है। बता दें कि उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन शुरू हो चुका है, संभावना है कि एनडीए जल्दी ही अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान करेगा।