कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘मैच फिक्सिंग’ वाले बयान का भाजपा नेता नलिन कोहली ने जवाब दिया

नई दिल्ली
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के 'मैच फिक्सिंग' वाले बयान का भाजपा नेता नलिन कोहली ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि अक्सर चुनाव आने से पहले कांग्रेस पार्टी और कुछ विपक्षी नेता चुनाव प्रक्रिया, चुनाव आयोग, इलेक्ट्रिक मशीन पर सवाल उठाने लगते हैं। यही नेता चुनाव जीतने के बाद कभी भी इस तरह के प्रश्न नहीं करते। तेलंगाना में कांग्रेस जीत गई, तो इनको कही कोई कोई दिक्कत नहीं हुई।
उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा कि शायद वह इसलिए सवाल उठा रहे हैं। उनको लगता है कि जनता उनके साथ नहीं है। वह अभी से जनता को एक संदेश देना चाहते हैं कि चुनाव में हार मिली तो हमने पहले ही इसके बारे में बता दिया था। यह उनकी ओर से हार स्वीकार करने की बात है।
नलिन कोहली ने कांग्रेस पार्टी की आलोचना करते हुए कहा कि चुनाव से पहले यदि वह जनता के बीच में समय लगाते और अपनी मेहनत और काम को दिखाते तो शायद चुनाव में जनता उनको वोट देती। भाजपा जनता के बीच लगातार जाती है और विकास कार्यों को गिनाती है, जिससे जनता का लगाव भाजपा से बना हुआ है। बता दें कि हाल ही में राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर अपने लेख का लिंक शेयर किया, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों को मैच फिक्सिंग करार दिया। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के आने वाले चुनाव में भी ऐसा ही हो सकता है।
वहीं, सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के दौरे को कांग्रेस पार्टी की ओर से समय और पैसे की बर्बादी बताने पर उन्होंने कहा कि एक तरफ कांग्रेस 'ऑपरेशन सिंदूर' के पक्ष में रहने की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ वह इस पर सवाल भी उठाती है। ऐसे प्रश्न उठाएंगे जो पाकिस्तान में गूंजेगे और कांग्रेस की प्रतिक्रिया को भारत के खिलाफ अपनी बात रखने के लिए उसका इस्तेमाल करें। यह तब हाल है जब विदेश में अलग-अलग देश में हमारे सांसद गए जिसमें कांग्रेस के भी सांसद थे। अब कांग्रेस अपने सांसदों की भी आलोचना कर रही है, उन पर प्रश्न उठा रही है।
नलिन कोहली ने आगे कहा, "एक सांसद ने कहा, 'क्या देश के हित में काम करना इतना कठिन है।' अब सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के दौरे को कहते हैं कि पैसे फिजूल में खर्च हुए हैं। भारत बात को दुनिया के सामने रखने के लिए देशहित में अगर सर्वदलीय सांसद विदेशों में जाते हैं, लोगों को आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख के बारे में बताते हैं, तो यह देश के पैसे को व्यर्थ करना कैसे हुआ है, इस बात को कांग्रेस पार्टी ही समझा सकती है।"