लव जिहाद फंडिंग मामले में सीएम ने दी पुलिस को खुली छूट, बोले -डकैत हो या बाप, नहीं बख्शेंगे

इंदौर 

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने  इंदौर में कहा- "अय्याशी कांग्रेस करती है। कांग्रेस के लोगों के रिकॉर्ड इस बात के गवाह हैं। इसलिए उनके सारे नेता ज़मानत पर चल रहे हैं। वे क्या कर रहे हैं, ये कोई छुपी बात नहीं है।

कांग्रेस को समझ लेना चाहिए कि बीजेपी के लोग अपनी जनता के प्रति जवाबदार हैं। हम अपनी सरकार को जवाबदेही के साथ चलाना जानते हैं। हमारे राज्य में जो भी कानून तोड़ेगा, उससे कैसे निपटना है, यह भी हम जानते हैं।डकैत हो या डकैत का बाप, हम सभी से निपटना जानते हैं।

हमने प्रशासन को निर्देश दिया है कि ऐसे लोगों को खोजिए और जहां मिले, वहीं पकड़िए। अगर हाथ न आए तो फिर जैसे जरूरी हो, वैसी कार्रवाई कीजिए। हम हर हाल में कानून का पालन कराएंगे। मैं मानकर चलता हूं कि सभी लोग इस बात का ध्यान जरूर रखेंगे।"

लव जिहाद के लिए मुस्लिम युवकों का वित्त पोषक पार्षद अनवर कादरी उर्फ अनवर डकैत छठे दिन भी नहीं मिला। बाणगंगा और सदर बाजार पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है। अनवर के विरुद्ध शहर के विभिन्न थानों में 19 आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। बाणगंगा पुलिस के अनुसार अनवर पुत्र मोहम्मद असलम कादरी का दुष्कर्म और लव जिहाद के आरोपित अल्ताफ खान और साहिल ने नाम लिया था।

हिंदू युवतियों से दुष्कर्म करने वाले इन दोनों आरोपितों को अनवर ने तीन लाख रुपये देकर कहा था कि उनसे शादी करो और अनैतिक कारोबार में शामिल करो। आरोपितों की अनवर से मुस्लिम समुदाय के कार्यक्रमों में मुलाकात होती थी। टीआई सियारामसिंह गुर्जर के अनुसार पुलिस ने अनवर को आरोपित बनाया है। उसके घर (भिश्ती मोहल्ला) और ससुराल (सदर बाजार) में छापा मार कार्रवाई की जा रही है।

जानलेवा हमला, डकैती, बलवा, अवैध हथियार, जमीन कब्जा और मारपीट जैसे 19 से ज्यादा संगीन मामलों में नामजद कांग्रेस पार्षद अनवर दस्तक उर्फ अनवर डकैत एक बार फिर कानून के घेरे में हैं। 

इस बार मामला सिर्फ आपराधिक गतिविधियों तक सीमित नहीं है। पुलिस जांच में सामने आया है कि डकैत ने युवकों को पैसे देकर हिंदू लड़कियों को फंसाने, धर्मांतरण कराने और देह व्यापार में धकेलने की साजिश रची। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस मामले में पुलिस को सख्त कार्रवाई की खुली छूट दी है। कांग्रेस इसे राजनीतिक साजिश बता रही है।

अनवर के विरुद्ध सदर बाजार, आजाद नगर, संयोगितागंज, उज्जैन सहित विभिन्न थानों में 19 केस दर्ज हैं। डीसीपी ने उसकी गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित भी कर दिया है। पुलिस ने उसके साले अमजद और आमिर के स्वजन से पूछताछ की है।

रासुका की तैयारी, कमिश्नर ने नोटिस भेजा

सदर बाजार पुलिस ने अनवर के विरुद्ध रासुका का प्रस्ताव भेजा है। भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान अनवर ने एक प्रदर्शन में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगवाए थे। टीआई यशवंत बड़ौले के मुताबिक अनवर की इस मामले में जमानत हो चुकी है। पुलिस ने आपराधिक रिकॉर्ड के आधार पर रासुका का प्रस्ताव भेजा है। सीपी कोर्ट से अनवर को नोटिस भी जारी हो चुका है।

सरकार के सामने नहीं चलेगी किसी की दादागीरी

शहर आए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर के भगोड़े पार्षद अनवर कादरी को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस को फ्री हैंड देने की बात कही। उन्होंने कहा कि डकैत हो या डकैत का बाप प्रदेश सरकार के सामने किसी की दादागीरी नहीं चलेगी।

13 साल पहले अनवर डकैत को हुई थी एक साल की सजा

करीब 13 साल पहले कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी उर्फ अनवर डकैत को उसके भाई और एक अन्य आरोपी के साथ एक युवक पर जानलेवा हमले के मामले में अदालत ने एक-एक साल के कारावास की सजा सुनाई थी। यह हमला 6 मई 2009 को इंदौर के आजादनगर चौराहे के पास हुआ था, जब डकैत और उसके साथी पुरानी जेल के पीछे घात लगाकर बैठे थे। उन्होंने अनवर हुसैन नामक युवक पर हमला किया, जो एक मामले में गवाह था। पुलिस ने इस मामले में डकैत समेत कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनके पास से पिस्तौल, कट्टा, तलवार और चाकू बरामद किए गए थे।

उज्जैन में दर्ज है डकैती का मामला, इसी से मिला था 'डकैत' नाम

इंदौर के कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी पर वर्ष 1996 में उज्जैन के महाकाल थाना क्षेत्र में डकैती का केस दर्ज किया गया था। बताया जाता है कि इसी केस के बाद उसे 'अनवर डकैत' के नाम से पहचाना जाने लगा। उज्जैन में मामला दर्ज होने के बाद अनवर कादरी ने इंदौर में भी मारपीट, घर में घुसकर धमकाने जैसी कई घटनाओं को अंजाम दिया, जिनके कारण उसका नाम लगातार विवादों में रहा।

अनवर कादरी कांग्रेस से तीन बार पार्षद रह चुका है, जबकि उनकी पत्नी दो बार पार्षद चुनी गई हैं। प्रमोद टंडन के शहर कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए अनवर कादरी को शहर कांग्रेस का महामंत्री भी नियुक्त किया गया था। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, कादरी ने एक बार निर्दलीय चुनाव भी लड़ा था।

‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे, अनवर डकैत को भेजा था जेल

इंदौर के वार्ड 58 स्थित बड़वाली चौकी पर 28 अप्रैल 2025 को कांग्रेस पार्षद अनवर डकैत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में पाकिस्तान और आतंकवाद का पुतला दहन कार्यक्रम आयोजित किया था। कार्यक्रम के दौरान जैसे ही कादरी ने 'पाकिस्तान' शब्द बोला, वहां मौजूद कुछ समर्थकों ने 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगा दिए। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं, पुरुष और बच्चे शामिल थे।

इस घटना के वीडियो को लेकर बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला ने एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसके बाद अनवर कादरी को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

बंदूक लेकर पत्रकार के घर घुसा था कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी

इंदौर के बड़वाली चौकी क्षेत्र में बीते वर्ष कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी पर एक पत्रकार के घर में बंदूक लेकर घुसने और मारपीट करने का गंभीर आरोप लगा था। मामला स्थानीय पत्रकार जावेद खान से जुड़ा है, जिनके घर कादरी अपने कुछ साथियों के साथ घुस गया था।

पुलिस के अनुसार, अनवर कादरी ने जावेद खान के साथ लात-घूंसों से मारपीट की और उनके परिवार को भी धमकाया। जावेद ने शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि कादरी ने घर की महिलाओं से दुर्व्यवहार किया और बच्चों को डराया-धमकाया। साथ ही घर में तोड़फोड़ भी की गई।

घटना के बाद पुलिस ने जावेद खान की रिपोर्ट पर अनवर कादरी और उसके साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। यह मामला भी उन कई आपराधिक मामलों में शामिल है, जिनमें कादरी का नाम सामने आ चुका है।

निकाय चुनाव में फर्जी वोट डलवाने पर हुआ था मुकदमा दर्ज

वर्ष 2022 के नगर निगम चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी पर मतदान केंद्र पर मतदाताओं को धमकाने और फर्जी वोट डलवाने की कोशिश करने का गंभीर आरोप लगा था। घटना 6 जुलाई 2022 को शासकीय कस्तूरबा कन्या स्कूल स्थित मतदान केंद्र की है, जहां दोपहर के समय कादरी ने कुछ मतदाताओं को डराया-धमकाया और कथित रूप से फर्जी मतदान कराने का प्रयास किया।

इस दौरान कादरी ने शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाई और वहां मौजूद अधिकारियों के साथ गाली-गलौज करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी। घटना के तत्काल बाद सहायक रिटर्निंग अधिकारी अंशुल खरे ने थाना सराफा में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने अनवर कादरी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।

 

 

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