MP में बारिश ने पकड़ी रफ्तार: भोपाल-नर्मदापुरम में 8 इंच बारिश का अलर्ट, 34 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी

भोपाल/शिवपुरी/नर्मदापुरम 

मध्यप्रदेश में मंगलवार को कुल 34 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट है। भोपाल, नर्मदापुरम, रायसेन, विदिशा, राजगढ़ और सीहोर में अलग-अलग स्थानों पर 4.5 से 8 इंच तक भारी बारिश होने का अनुमान है।

मौसम विभाग के अनुसार, आज 14 जिलों में अति भारी और 20 में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, अशोकनगर, विदिशा, सागर, रायसेन और नर्मदापुरम में अति भारी बारिश हो सकती है।

वहीं, गुना, राजगढ़, आगर-मालवा, शाजापुर, देवास, सीहोर, हरदा, बैतूल, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, सिवनी, नरसिंहपुर, जबलपुर, डिंडौरी, अनूपपुर, उमरिया, कटनी, दमोह और पन्ना में भारी बारिश का अलर्ट है।

मध्य प्रदेश के अधिकांश जिलों में तेज बारिश का दौर जारी है. बीते 2 दिन से बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है. प्रदेश के सारी नदियां और नाले उफान पर हैं. सारे डैम उफन रहे हैं. डैम के गेट खोलकर जल स्तर मेंटन करने के प्रयास जारी हैं. इस बीच मध्य प्रदेश मौसम विभाग ने मंगलवार को 34 जिलों में बारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. खास बात ये है कि अभी बारिश का मौसम आधा ही बीता है कि प्रदेश के 8 जिलों में कोटा फुल हो गया है.

इन जिलों में 7 से 8 इंच तक बारिश का अलर्ट

मध्य प्रदेश मौसम विभाग के अनुसार "मंगलवार को ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, अशोकनगर, विदिशा, सागर, रायसेन और नर्मदापुरम में अति भारी बारिश का अलर्ट है. इन जिलों में 7 से 8 इंच से ज्यादा बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है. इसके अलावा राजगढ़, गुना, आगर, शाजापुर, देवास, सीहोर, हरदा, बैतूल, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, सिवनी, नरसिंहपुर, जबलपुर, डिंडौरी, अनूपपुर, उमरिया, कटनी, दमोह और पन्ना में भी भारी बारिश की चेतावनी है." बता दें कि राजधानी भोपाल और इससे जुड़े जिलों में बीते 2 दिन से झमाझम का दौर जारी है.

दिन भर चलता रहा बारिश का दौर, ढाई डिग्री गिरा पारा

भोपाल शहर में सोमवार को पूरे दिन बारिश का क्रम अनवरत जारी रहा। पूरे दिन रिमझिम के साथ-साथ तेज बौछारों से शहर भींगता रहा। इस दौरान सुबह 8:30 बजे तक जहां 27.1 मिमी बारिश हुई, वहीं शाम तक 28 मिमी बारिश दर्ज की गई। लगातार बारिश के चलते अधिकतम तापमान में ढाई डिग्री से अधिक की गिरावट आई और तापमान 2.7 गिरकर 25.5 डिग्री पर पहुंच गया। इसी प्रकार न्यूनतम तापमान 23.2 डिग्री दर्ज किया गया।

देर रात तक झमाझम, सड़कों पर भरा पानी

दिन भर तेज बारिश के बाद देर रात तक भी शहर में झमाझम बारिश का सिलसिला चलता रहा। रात्रि 10 बजे के बाद शहर के कई हिस्सों में तेज बारिश हुई। इस दौरान सड़के जलमग्न हो गई, कई नीचले इलाके भी पानी-पानी हो गए। बारिश का क्रम देर रात तक लगातार जारी रहा। इसके कारण कई निचले इलाकों में पानी भर गया। चौक चौराहों पर भी घुटनों तक पानी भरा हुआ था।

मध्य प्रदेश में बारिश का 70 फीसदी कोटा फुल

भोपाल स्थित मौसम विज्ञान के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार "अभी तक मध्यप्रदेश में 25.4 इंच बारिश दर्ज की गई है. ये आंकड़ा बारिश के मौसम का 70 फीसदी है. इसके साथ ही ग्वालियर, शिवपुरी, अशोकनगर, मुरैना, श्योपुर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में इस मौसम की बारिश का कोटा फुल हो चुका है." बता दें कि इन जिलों में एक माह से इतनी बारिश हो रही है कि किसानों को बोवनी करने का मौका तक नहीं मिला.

25 से ज्यादा जिलों में तेज बारिश हुई
सोमवार को 25 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। शाजापुर में डेढ़ इंच, भोपाल, पचमढ़ी, नर्मदापुरम और गुना में 1 इंच पानी गिर गया। खरगोन में आधा इंच से ज्यादा बारिश हुई। राजगढ़, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, बैतूल, छिंदवाड़ा, जबलपुर, सागर, बालाघाट, नीमच, मंदसौर, शिवपुरी, सीहोर, शाजापुर, भिंड, रायसेन, सिंगरौली, देवास, आगर-मालवा समेत कई जिलों में बारिश का दौर बना रहा।

    नर्मदापुरम में सुबह 8.30 बजे स्कूलों की छुट्टी का आदेश आया। तब तक कई छात्र स्कूल के लिए निकल चुके थे।

    भोपाल में बारिश की वजह से कार्मल कॉन्वेंट और सेंट जोसेफ कोएड स्कूल में छुट्टी कर दी गई है। कैंपियन स्कूल में एक घंटे की टेस्ट क्लास चल रही है।

    भोपाल और सीहोर में बारिश की वजह से कोलांस नदी एक फीट ऊपर बह रही है। इससे बड़ा तालाब का वाटर लेवल 1661.05 फीट पानी हो गया है। तालाब का फुल टैंक लेवल 1666.80 फीट है।

    रायसेन में महामाया चौक समेत निचले इलाकों में पानी भर गया है। सेंट फ्रांसिस कॉन्वेंट स्कूल में छुट्टी घोषित कर दी गई है।

    इटारसी में तवा डैम के 9 गेट 7-7 फीट की ऊंचाई तक खोलकर एक लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। तवा डैम का वर्तमान जलस्तर 1159.80 फीट है।

इस वजह से ऐसा मौसम
मौसम विभाग की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि सोमवार को प्रदेश में लो प्रेशर एरिया (कम दबाव का क्षेत्र) और ट्रफ की एक्टिविटी रही। इस वजह से अति भारी या भारी बारिश का दौर बना रहा। मंगलवार को भी तेज बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है।

8 जिलों में बारिश का कोटा पूरा
मध्यप्रदेश के ग्वालियर, शिवपुरी, अशोकनगर, मुरैना, श्योपुर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में बारिश का कोटा पूरा हो गया है। यहां सामान्य से 37% तक ज्यादा पानी गिर चुका है। टीकमगढ़-निवाड़ी में सबसे ज्यादा 42 इंच बारिश हुई है, जबकि इंदौर में 10 इंच पानी भी नहीं गिरा है। वहीं, भोपाल और जबलपुर में सीजन की आधी बारिश हुई है। प्रदेश में 16 जून को मानसून ने आमद दी थी। तब से अब तक औसत 25.4 इंच बारिश हो चुकी है। अब तक 16.5 इंच पानी गिरना था। इस हिसाब से 8.9 इंच पानी ज्यादा गिर चुका है। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37 इंच है। 

तवा डैम के 9 गेट 7 फीट तक खोले

उधर, नर्मदापुरम जिले में मंगलवार सुबह 4 बजे तवा डैम के 5 गेट 7-7 फीट तक खोल दिए गए. ज्यादा पानी आने के कारण सुबह 7 बजे 9 गेटों को ओपन किया गया. डैम में बढ़ते जलस्तर को स्थिर रखने के लिए 1 लाख क्यूसेक अतिरिक्त जल की निकासी की जा रही है. तवा परियोजना के कार्यपालन यंत्री एनके सूर्यवंशी के अनुसार "नर्मदा किनारे बसे गांवों के लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है."

बदरवास में रेलवे ट्रैक के नीचे की मिट्टी धंसी

वहीं, तेज बारिश से बदरवास में रेलवे ट्रैक के नीचे की मिट्टी धंस गई. इससे ट्रेनें रेंगने लगी. रेलवे ने ट्रैक पर मरम्मत का काम शुरू कर दिया है. ट्रैक के नीचे मिट्टी में कटाव आने के कारण बदरवास रेलवे स्टेशन के अंतर्गत आने वाले खंबा नंबर 1153 पर करीब 50 मीटर क्षेत्र में मिट्टी ढंसने की जानकारी रेलवे ने दी. रेलवे ने ट्रैक के नीचे हुए मिट्टी के कटाव को सही करवाने का काम शुरू कर दिया है.

स्टेशन मास्टर विनोद शर्मा के अनुसार "मिट्टी करीब 50 मीटर एरिया में धंसी है. यहां 300 मीटर के क्षेत्र में मिट्टी की बोरियां डलवाई जा रही हैं. यहां ट्रेन की स्पीड कम करते हुए सिर्फ 30 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से निकालने के निर्देश दिए गए हैं."

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