साउथ सिनेमा को बड़ा झटका, दिग्गज अभिनेता शानवास का निधन

साउथ के सुपरस्टार शानवास ने 71 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। इस इंडस्ट्री में अशोक की लहर दौड़ पड़ी है। पिछले काफी लंबे वक्त से किडनी की समस्या से जूझ रहे थे, जिनकी हालत खराब होने पर उन्हें प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था, जहां उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक्टर का सोमवार की रात करीब 11:50 के आसपास निधन हुआ है। दरअसल, कल रात उनकी अचानक तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद परिजनों द्वारा उन्हें प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं पाए और उनका निधन हो गया।
इस खबर से इंडस्ट्री के साथ-साथ उनके फैंस भी काफी दुखी हैं। इस तरह उनका यूं दुनिया से चले जाना लोगों के लिए बहुत बड़ा झटका है। फिलहाल, संवास का अंतिम संस्कार पलायन मुस्लिम जमात कब्रिस्तान में किया जाएगा। बड़े-बड़े दिग्गज कलाकार उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं, साथ ही परिवार का भी ढांढस बंधा रहे हैं।
फिल्मी करियर
शानवास के फिल्मी करियर की बात करें तो उन्होंने करीब 96 फिल्मों में काम किया है, जो कि मलयालम और तमिल भाषा की थीं। 1955 में तिरुवंतपुरम में जन्मे एक्टर ने फिल्म प्रेम गीतांगल से इंडस्ट्री में डेब्यू किया था, जो कि 1981 में रिलीज हुई थी। यह पूरी तरह से रोमांटिक फिल्म थी। इसके बाद उन्होंने एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दीं। वह अपने पिता के नक्शे कदम पर चलते थे, क्योंकि उनके पिता फिल्म इंडस्ट्री के लिए एंट्री एक्टर प्रेम नजीर थे।
टीवी में भी आए थे नजर
शानवास ने टीवी जगत में भी अपनी किस्मत आजमाई थी। उन्होंने सत्यमेव जयते, वेलुथु कैटरीना जैसे शो में काम किया था। हालांकि, कुछ टाइम के लिए उन्होंने एक्टिंग से ब्रेक ले लिया था और अपने परिवार के साथ समय गुजारने लगे थे। बाद में उन्होंने साल 2011 में फिल्म चाइना टाउन से वापसी की थी। उनकी आखिरी फिल्म साल 2022 में रिलीज़ हुई थी, जिसका नाम जन गण मन था। फिल्मी सफर उनका काफी रोमांचक भर रहा है। यह उन चुनिंदा एक्टर्स की लिस्ट में शुमार हैं, जिन्होंने एक्टिंग की दुनिया में अपनी मेहनत से पहचान बनाई है।
लोग उन्हें इतना ज्यादा प्यार देने लगे कि उनकी दीवानगी लोगों के सिर चढ़कर बोलने लगी। करियर में उन्होंने कई तरह के रोल निभाए हैं, जिनके लिए उन्होंने काफी मेहनत भी की थी। संवास में अपने पिता के साथ करीब सात फिल्मों में काम किया था, जो कि उनके लिए काफी गर्व की बात थी। वह हमेशा ही अपने पिता का गुणगान किया करते थे।