FASTag अब बिना रुकावट: आसान ‘KYV’ प्रोसेस से हर वाहन चालकों की सुविधा

नई दिल्ली
सोचिए… आप अपने घर से दूर कहीं सफर पर निकले हैं. टोल प्लाजा पर गाड़ियों की लंबी कतार के बीच जब आपकी कार कैमरे के सामने खड़ी होती है तो अचानक से 'बीप' की आवाज आती है. टोल बूथ पर बैठा कर्मचारी बताता है कि, आपका FASTag ब्लॉक (निष्क्रिय) हो गया है. वजह ये कि, आपके फास्टैग का KYV अपडेट नहीं किया गया है.
बीते कुछ दिनों से ऐसे कई मामले देखने को मिले हैं, जिनमें यात्रियों को सड़क पर इस तरह की परेशानियों से दो चार होना पड़ा है. दरअसल, अगस्त 2024 से लागू हुई यह नई प्रक्रिया अब सख़्ती से लागू की जा रही है, और खासतौर पर FASTag उपयोगकर्ताओं के लिए यह सिरदर्द बन गई है. क्योंकि ये प्रक्रिया पहले इतनी आसान नहीं थी, और बहुतायत लोगों को इसके बारे में जानकारी भी नहीं थी. लेकिन अब सरकार ने KYV प्रोसेस को आसान बना दिया है.
सोशल मीडिया पर उठे शोर और ख़बरों में उठाए गए सवालों के बाद नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने FASTag यूज़र्स के लिए ‘नो योर व्हीकल’ यानी KYV प्रक्रिया को अब पहले से कहीं ज़्यादा आसान बना दिया है. यह बदलाव सिर्फ एक तकनीकी अपडेट नहीं, बल्कि हाईवे पर सफ़र करने वालों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है.
आसान हुई KYV प्रक्रिया
NHAI के तहत काम करने वाली इंडियन हाईवेज मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (IHMCL) ने हाल ही में FASTag यूज़र्स के लिए नए निर्देश जारी किए हैं. पहले जहां हर वाहन मालिक को KYV के लिए कई दस्तावेज़ और तस्वीरें अपलोड करनी पड़ती थीं, वहीं अब यह प्रक्रिया बेहद सरल कर दी गई है. इसका मकसद है, ग्राहकों की सुविधा बढ़ाना और हाईवे पर बिना रुकावट के यात्रा सुनिश्चित करना.
अब नहीं बंद होगी सेवा, मिलेगा पर्याप्त समय
पहले यह चिंता थी कि, अगर KYV पूरी नहीं हुई तो FASTag ब्लॉक या डीएक्टीवेट हो जाएगा, और ऐसा कई लोगों के साथ हो भी रहा था. जिसके बाद यूजर्स ने सोशल मीडिया पर तमाम शिकायतें भी की थी. लेकिन नई गाइडलाइन के तहत ऐसा नहीं होगा. IHMCL ने साफ कहा है कि जिन वाहनों का KYV अपडेट नही है, उनकी FASTag सेवाएं तुरंत बंद नहीं की जाएंगी. ऐसे यूज़र्स को प्रक्रिया पूरी करने के लिए पर्याप्त समय और मौका दिया जाएगा.
नया नियम: सिर्फ एक फोटो काफी है
जहां पहले KYV प्रक्रिया को पूरा करने के लिए वाहन की तमाम तस्वीरें अपडेट करनी होती थीं. वहीं अब कार, जीप या वैन की साइड फोटो अपलोड करने की ज़रूरत नहीं है. केवल फ्रंट व्यू की एक तस्वीर, जिसमें नंबर प्लेट और FASTag साफ दिखे, वही अपलोड करनी होगी. यह बदलाव प्रक्रिया को तेज़, सरल और झंझट-मुक्त बना देता है.
ऑटोमेटिक RC डिटेल्स से आसान होगा वेरिफिकेशन
सबसे अहम अपडेट यह है कि अब RC की जानकारी खुद सिस्टम ‘Vahan’ पोर्टल से ऑटोमेटिकली ले लेगा. यूज़र को बस वाहन नंबर, चेसिस नंबर या रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर डालना होगा. अगर किसी मोबाइल नंबर से कई गाड़ियां जुड़ी हैं, तो यूज़र खुद चुन सकेगा कि किस वाहन का KYV पूरा करना है. पहले इस स्टेप में वाहन मालिक को RC (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट) की फ्रंट और बैक की डिजिटल कॉपी, जो केवल DigiLocker या mParivahan ऐप से डाउनलोड की गई हो उसे ही अपलोड करना होता था.
बिना रोकटोक चलती रहेंगी पुरानी FASTag सेवाएं
NHAI ने यह भी स्पष्ट किया है कि, पुराने FASTag तब तक सक्रिय रहेंगे जब तक किसी तरह की शिकायत नहीं आती. जैसे कि टैग के ढीले लगने या उसके दुरुपयोग की सूचना. यानी जिन्होंने ईमानदारी से FASTag इस्तेमाल किया है, उन्हें किसी असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा.
SMS अलर्ट और बैंक से मदद भी मिलेगी
यूज़र्स को KYV की याद दिलाने के लिए इशूअर बैंक SMS अलर्ट भेजेंगे. और अगर किसी को दस्तावेज़ अपलोड करने में दिक्कत होती है, तो बैंक खुद ग्राहक से संपर्क करेगा और प्रक्रिया पूरी कराने में मदद करेगा. अगर फिर भी कोई समस्या आती है, तो यूज़र नेशनल हाईवे हेल्पलाइन नंबर 1033 पर कॉल करके अपनी शिकायत या सवाल दर्ज करा सकता है.
कैसे करें FASTag KYV प्रक्रिया:
    अपने बैंक की FASTag वेबसाइट या मोबाइल ऐप खोलें.
    ‘नो योर व्हीकल या (KYV) अपडेट सेक्शन पर जाएं.
    वाहन नंबर, चेसिस नंबर या मोबाइल नंबर दर्ज करें.
    फ्रंट से ली गई एक साफ तस्वीर अपलोड करें, जिसमें नंबर प्लेट और FASTag स्टिकर दोनों स्पष्ट दिखें.
    RC (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट) की जानकारी ऑटोमेटिकली सिस्टम से प्राप्त हो जाएगी.
    सबमिट पर क्लिक करें.
    आपको एक कन्फर्मेशन मैसेज मिल जाएगा कि आपका KYV सफलतापूर्वक पूरा हो गया है.
क्या है KYV
जाते-जाते यह भी समझ लीजिए कि, आखिर KYV है क्या? नेशनल हाईवेज़ अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) की पहल पर शुरू की गई इस प्रक्रिया को नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने लागू किया है. इसके तहत सभी FASTag यूजर्स को अपने वाहन की स्पष्ट तस्वीरें और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) की डिजिटल कॉपी अपलोड करनी होती थी. ताकि यह तय किया जा सके कि FASTag वास्तव में उसी गाड़ी से जुड़ा हुआ है, जिसके नाम पर जारी किया गया है.
सरकार का कहना है कि, इसका मकसद फ्रॉड और टैग के दुरुपयोग को रोकना है. कई मामलों में देखा गया है कि लोग एक ही टैग को अलग-अलग वाहनों में इस्तेमाल करते हैं या गलत डिटेल से FASTag प्राप्त करते हैं. KYV के ज़रिए अब ऐसी गड़बड़ियों पर अंकुश लगाने की कोशिश की जा रही है.
हाईवे पर अब सफ़र सिर्फ तेज़ नहीं, बल्कि और भी भरोसेमंद और स्मार्ट होने जा रहा है. कुल मिलाकर, FASTag KYV का यह नया रूप यात्रियों के लिए राहत की सांस है. अब न तो प्रक्रिया जटिल है, न ही दस्तावेज़ों का बोझ. बस एक क्लिक और एक फोटो से आपकी यात्रा आसान बनेगी.
 
				


