मैनेजर की हरकतों से चर्चा में आया सतना का क्राइस्ट ज्योति स्कूल

सतना
जिले में कई शैक्षणिक संस्थाओं में जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों के आचरण पर इन दिनों गंभीर सवालिया निशान उठ रहे हैं या यूं कहें कि अब लोग मुखर होकर इस पर उंगली उठाने लगे हैं।जिले के सबसे बड़े कॉलेज के प्रिंसिपल पर गंभीर आरोपों का मामला तूल। पकड़ने के बाद अब उच्च स्तरीय जांच तक पहुंच गया है वहीं अब ऐसा ही एक वाक्या जिले के एक बड़े मिशनरी स्कूल क्राइस्ट ज्योति हायर सेकंडरी स्कूल में सामने आ रहा है जहां स्कूल के नए मैनेजर अनिल वी.जे की हरकतों से स्कूल में माहौल खराब हो रहा है।
एक तरफ जहां महिला शिक्षकों के स्टाफ रूम में कैमरे लगा कर उसकी मॉनिटरिंग मैनेजर द्वारा स्वयं अपने रूम से की जाती है जिस पर लगातार महिला शिक्षक अपना विरोध दर्ज करवा रही हैं लेकिन उनकी कोई सुनने वाला नहीं।महिला शिक्षकों की निजता पर हमला का यह अत्यंत गंभीर मामला है।क्राइस्ट ज्योति स्कूल सतना जिले की एक अत्यंत सम्मानजनक संस्था और तमाम संभ्रांत परिवारों के बच्चे यहां शिक्षा ग्रहण करते हैं।इस स्कूल में पूर्व में पदस्थ रहे सभी प्रिंसिपलों और मैनेजरों का स्वभाव बहुत अच्छा रहा है और स्कूल का वातावरण सदैव छात्रों और शिक्षकों के लिए बेहद अनुकूल रहा है लेकिन जब से इन नए मैनेजर अनिल वी.जे ने स्कूल में बतौर मैनेजर कमान संभाली है तब से स्थितियां अच्छी नहीं हैं।
मैनेजर का प्रिंसिपल के कार्य और कमरे में जरूरत से ज्यादा दखल
स्कूल प्रबंधन की दृष्टि से प्रिंसिपल के अतिरिक्त मैनेजर का पद है।दोनों पदों के लोग आपसी सामंजस्य कर अलग अलग कमरों में बैठते थे लेकिन जबसे अनिल वी.जे ने मैनेजर का पदभार संभाला है ,वो ज्यादातर समय अपने कमरे की जगह प्रिंसिपल कक्ष में ही पाए जाते हैं।एक नन सिस्टर प्रिंसिपल की निजता इनकी कार्यशैली के चलते अनावश्यक सवालों में है।प्रिंसिपल कक्ष में प्रिंसिपल के बगल में मैनेजर की कुर्सी क्राइस्ट ज्योति स्कूल के इतिहास में पहली बार लगी है जो अपने आप में कई सवालों को जन्म दे रही है।मामले की सत्यता के लिए स्कूल के हर कोने में लगे सीसीटीवी कैमरे पर्याप्त बिन कही बातों की गवाही दे सकते हैं लेकिन दुर्भाग्य से उन सभी कैमरों की निगरानी उसी व्यक्ति द्वारा की जाती है जिस पर तमाम गंभीर आरोप लग रहे हैं।
प्रोफिशिएंसी टेस्ट के नाम पर शिक्षकों और शिक्षिकाओं को किया जा रहा है टारगेट
मैनेजर अनिल वी.जे ने प्रोफिशिएंसी टेस्ट के नाम पर स्कूल के पुराने शिक्षकों और खास तौर पर शिक्षिकाओं को टारगेट करने का एक नया शिगूफा छोड़ा है।जानकार बताते हैं कि ये पूरी कवायद शिक्षकों पर अनावश्यक दबाव बनाने की है।
मैनेजर अनिल वी.जे के पूर्व में इस स्कूल में पदस्थ रहे किसी भी मैनेजर पर ऐसे गंभीर आरोप नहीं लगे हैं।अगर जल्द ही क्राइस्ट ज्योति स्कूल प्रबंधन ने अनिल वी.जे की हरकतों पर लगाम नहीं लगाई तो वो दिन दूर नहीं जब क्राइस्ट ज्योति स्कूल अपनी शिक्षा से ज्यादा इनकी हरकतों और अराजकता के लिए जाना जाएगा



